न रात है न सवेरा है ।
लेकिन समय से इसकी दोस्ती है ,
हाथ थाम उसका, ये उल्टे पांव चलती है ।
सफलता का आकाश, असफलता की ज़मी ,
इसने हमेशा देखी है..।
इसने फ़ूलों की कोमलता ,
कांटों की चुभन ,
धोखे की आंधी, द्वेष की घटा ।
प्यार की बरसात ,
अपनों का साथ।
क्या नहीं देखा इसने राह चलते ,
छोटे से बड़ा बनते - बिगड़ते ।
क्या क्या नहीं सहा ,
फिर भी कुछ नहीं कहा ।
सब कुछ ठीक है ...
बस ये अकेले ही रहती है ,
फिर भी ये कारवाँ बनाते चलती है ।
इसे तो किसी की सोच में बसना है,
बनकर कुछ हकीकत, तो कुछ सपना है।
Amazing ❤️👏👏
जवाब देंहटाएं👌🏼👌🏼👌🏼👏🏻👏🏻👏🏻
जवाब देंहटाएंLove it
जवाब देंहटाएंBeautiful lines👍
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