Cup of Words : poetry blog
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माँ..अब कितनी देर लगाओगी.....best poem on women

देर तो हो चुकी माँ.. अब कितनी देर लगाओगी,  खोल किवाड़ सवार शेरा पर,  कब तक फिर से आओगी । वस्त्र में लिपटी मानवता को चिर चिर होते…

ये अदा हमारी है - Poetry in hindi on life

ये अदा हमारी है मुझको अंधेरे में रखा,  ये सोच तुम्हारी है, भर दी रौशनी हमने यहाँ... ये बात हमारी है।  मुझे अकेला है कर देना,  ये…

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